रोलेक्स... सबसे महंगी घड़ियो में से एक क्यों
कार क्रेश की जैसी टेस्टिंग के साथ सालभर में होती है तैयार, फेडरर से लेकर कोहली तक इसके फैन है।रोलेक्स की घड़ियों की समुद्र की गहराइयों से लेकर माउंट एवरेस्ट की ऊंची चोटियों पर की जाती है टेस्टिंग। बर्फ से लेकर हवा तक, रेस ट्रैक से लेकर रेगिस्तान के एक एक कण तक हर टेस्ट में रोलेक्स की पट्टियां सटीक रहती हैं। कंपनी हर साल लगभग दस लाख तक घड़ियां बनाती है।
रोलेक्स ... लग्जीरियस वॉच ब्राड है, जो पिछली एक सदी से है।
दुनियाभर के लोगों के लिए अमीरी का एक स्टेटस सिंबल रोलेक्स घङी है। रोलेक्स की सबसे बड़ी बात ये है कि हालात या मौसम कैसे भी हो इसकी घड़ियों पर इनका कोई असर नहीं होता है।
अभी रोलेक्स बच्चों की घड़ियां बनाने वाली कंपनी की वजह से चर्चा में है।
एक वक्त ऐसा था जब डॉलर तेल से ज्यादा रोलेक्स पर गया था। एक तरफ जहां अमेरिका के डॉलर से विश्वास डगमगाया तो वहीं दूसरी ओर कच्चे तेल से भी भरोसा कम हो गया था। कुछ लोगों ने रोलेक्स की घड़ियों को कमोडिटी के तौर पर लेना शुरू किया। डीलर्स स्विट्ज़रलैंड में रोलेक्स की घड़ियां खरीदते थे और इटली में जाकर उसे बेच देते थे। फिर इटली के लोग लग्जरी घड़ियां पहनकर अमेरिका और दुनिया के दूसरे कोनों में जाते, जहां वे उसे कई गुना दामों पर बेच आते थे।
भारत में जुलाई 2008 में आए इस ब्रांड के पीछे एक लोगो की रोचक बाते छिपी हैं। अभी रोलेक्स अपने नाम के अलावा अपने लोगों की वजह से भी काफी फेमस है। रोलेक्स के फैन में एक क्राउन है। वित्सडॉर्फ ने रोलेक्स के फैन के लिए इस क्राउन को ब्रिटिश के प्रति सम्मान दिखाने के लिए रखा था। इसके अलावा इसकी एक सिस्टर ब्रांड भी है।
